
10 मुखी रुद्राक्ष (Ten Mukhi Rudraksha) को अत्यंत प्रभावशाली और दिव्य रुद्राक्ष माना जाता है। यह रुद्राक्ष मुख्यता नकारात्मक ऊर्जा, काले जादू और बुरी शक्तियों से रक्षा करता है। इसके 10 मुखी इसे अद्भुत शक्ति और संतुलन का प्रतीक बनाते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि 10 मुखी रुद्राक्ष किन ग्रहों और देवता से जुड़ा है, और इसको पहन ने से आपको क्या- क्या लाभ हो सकते हैं।
10 मुखी रुद्राक्ष किसी विशेष ग्रह से जुड़ा नहीं होता, लेकिन यह सभी नौ ग्रहों के दोषों से सुरक्षा प्रदान करता है। इसे Navagraha Shanti Rudraksha भी कहा जाता है। जिन लोगों की कुंडली में सभी ग्रह अशुभ स्थिति में बैठे होते हैं या एक ही घर में 4 से ज्यादा ग्रह बैठ कर अशुभ फल दे रहे हों, उन लोगों के लिए यह रुद्राक्ष अत्यंत लाभकारी होता है।
10 मुखी रुद्राक्ष के अधिष्ठाता देव भगवान विष्णु (Lord Vishnu) हैं, जो संपूर्ण सृष्टि के पालनकर्ता हैं। इसके अलावा यह रुद्राक्ष दश महाविद्या, दशावतार और दुर्गा शक्ति का भी प्रतिनिधित्व करता है। इस रुद्राक्ष की पूजा करने से व्यक्ति को भगवान विष्णु का संरक्षण प्राप्त होता है और जीवन में स्थिरता आती है। क्योंकि जहां भगवान विष्णु होते हैं वहां लक्ष्मी मां भी वास करती हैं, तो इसे पहनने से धन से सम्बन्धित समस्या से भी निजात मिलती है।
इस रुद्राक्ष को पहनने से आप जल्दी नकारत्मक उर्जा से प्रभावित नहीं होते हैं। ये रुद्राक्ष एक रक्षा कवच बनकर आपकी रक्षा करता है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति को काले जादू, बुरी नजर, भूत-प्रेत बाधा और शत्रुओं से सुरक्षा देता है।
आज कल लगभग प्रत्येक किसी न किसी तरह की मानसिक पीड़ा से परेशान है। ऐसे व्यक्ति के लिए ये काफी मददगार साबित हो सकता है। यह रुद्राक्ष तनाव, चिंता और भय को दूर कर मानसिक शांति प्रदान करता है।
कई बार कुछ लोगों पर छूटें मुकद्दमें लग जाते हैं और वो कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाते लगाते दुखी हो जाते हैं। जिसमें काफी समय और पैसा भी बर्वाद होता है। ऐसे लोगों के लिए 10 मुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत लाभदायक होता है।
अगर आप एक साधक हैं और अपने अध्यात्मिक में और आगे जाना चाहातें हैं तो ये रुद्रक्ष धारण कर सकते हैं। यह व्यक्ति की आध्यात्मिक ऊर्जा को जाग्रत करता है और साधना में सफलता दिलाता है।
अगर आप एक बिजनेसमैन हैं और अपने व्यापर में सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं तब भी आप इस रुद्राक्ष को पहन सकते हैं। यह रुद्राक्ष निर्णय लेने की शक्ति बढ़ाता है और व्यापारिक मामलों में लाभ दिलाता है।
दिन: इसे पहन ने के सबसे शुभ दिन सोमवार या गुरुवार माने जाते हैं। इन दिनों में आप इसे ब्रह्म मुहूर्त में पहन सकते हैं।
रुद्राक्ष को 24 घंटे के लिए गंगाजल या कच्चे दूध में डुबो के रख दीजिये उसके बाद गंगाजल या साफ पानी से धुल लिजिये। उसके बाद भगवान विष्णु या शिव के सामने दीप जलाकर “ॐ ह्रीं नमः” या “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करके इसे पहन सकते हैं। रुद्राक्ष को चांदी, तांबे या पंचधातु की माला में पहनना शुभ माना जाता है। इसे गले या दाहिने हाथ के बाजू पर धागे में पहन सकते हैं।
अगर आप नौनवेज खाते हैं या शराब पीते हैं तो उस समय आप इसे निकाल कर रख सकते हैं। रात में सोते समय भी आप इसे निकाल कर रख सकते हैं और अगले दिन नहा धोकर इसे फिर से धारण कर सकते हैं। अगर आपक किसी के अंतिम संस्कार में जा रहे हैं, तो वहां भी इसे पहन कर न जायें। इसे नियमित रूप से साफ करें और भगवान का नाम लेते रहें।
10 मुखी रुद्राक्ष एक दिव्य सुरक्षा कवच की तरह कार्य करता है जो जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति देता है। अगर आप ग्रहों के दोष, नकारात्मक ऊर्जा या मानसिक तनाव से पीड़ित हैं, तो यह रुद्राक्ष आपके जीवन में शांति और सफलता ला सकता है। भगवान विष्णु की कृपा और दश महाविद्या की शक्ति से यह रुद्राक्ष आपको आध्यात्मिक और सांसारिक दोनों ही मार्गों पर सफल बनाता है।