सात मुखी रुद्राक्ष, रुद्राक्ष परिवार का बहुत ही पावरफुल रुद्राक्ष है। यह रुद्राक्ष वेल्थ, प्रोस्पेरिटी और स्पिरिचुअल ग्रोथ में काफी मदद करता है। इस रुद्राक्ष को पहचानना बहुत आसान है। इसकी सतह पर आप 7 लाइन देख सकते हैं। जिसे मुखी कहा जाता है। यह रुद्राक्ष बहुत ही प्रचलित रुद्राक्ष है और इसे कोई भी ऐसा व्यक्ति पहन सकता है, जो अपने जीवन में फाइनेंस से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहा है।
यह रुद्राक्ष आपको मैटेरियलिस्टिक चीजों को प्रदान करने में मदद करता है। यह रुद्राक्ष मुख्यता वह व्यक्ति धारण कर सकते हैं, जो आध्यात्मिक खोज की और अग्रसर हैं या कोई भी ऐसा व्यक्ति जो अपने जीवन में काफी रुकावटें देख रहा है। जो व्यक्ति पैसे से संबंधित समस्या से जूझ रहा है या बिजनेस कर रहें हैं और उसमें नुकसान हो रहा है, तो ये रुद्राक्ष आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है।
सात मुखी रुद्राक्ष से संबंधित देवता
इस रुद्राक्ष को माता लक्ष्मी से संबंधित माना जाता है, जो कि हिंदू मान्यता में धन की देवी कही जाती हैं। माता लक्ष्मी को हमेशा सोने चांदी के सिक्कों पर दर्शाया जाता है, क्योंकि वह हमें वेल्थ, फॉर्चून, प्रोस्पेरिटी इत्यादि प्रदान करती हैं। सात मुखी रुद्राक्ष को पहनने वाला व्यक्ति अपने जीवन में महालक्ष्मी के आशीर्वाद को प्राप्त करता है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में पैसे से आने वाली समस्याओं से उसे निजात दिलाता है और आपके कमाई के साधनों को बढ़ाता है।
सात मुखी रुद्राक्ष से जुड़ा ग्रह
इस रुद्राक्ष से शनि ग्रह को संबंधित माना जाता है। शनि ग्रह आपकी कुंडली का सबसे अधिक प्रभावी ग्रह होता है। यह आपकी कुंडली के दो तिहाई हिस्से को प्रभावित करता है। प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में कहीं ना कहीं शनि ग्रह से संबंधित समस्याएं होती हैं। इसलिए आपको शनि देव को खुश रखना चाहिए। सात मुखी रुद्राक्ष पहनने से शनि देव खुश होते हैं।
इसे पहनने से आपके जीवन में आने वाली समस्याएं कम होती हैं। ऐसे व्यक्ति जिनकी शनि की महादशा है या शनि की ढैया चल रही है या फिर शनि की साडेसाती हो इस रुद्राक्ष को पहनकर इनसे निजात पा सकते हैं। शनि देव आपके जीवन में डर, बीमारी, हानी और देरी लेकर आते हैं अतः सात मुखी रुद्राक्ष को पहनने से आप इन समस्याओं से बाहर आ सकते हैं और एक खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
सात मुखी रुद्राक्ष को पहनने के फायदे
आध्यात्मिक फायदा
यह रुद्राक्ष आपको दैविक शक्ति से जोड़ता है। आप ध्यान लगा सकते हैं और अपने जीवन में ठहराब ला सकते हैं। यह रुद्राक्ष उन लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक है, जो शनि के समय से गुजर रहे हैं। ऐसे व्यक्ति इस रुद्राक्ष को पहनकर धैर्य ला सकते हैं और मां लक्ष्मी से जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।
मानसिक और भावनात्मक फायदे
अगर आपको एंजायटी, डिप्रैशन, डर इत्यादि है, तो इस रुद्राक्ष को पहनने से आप इन सभी से बाहर आ सकते हैं। यह आप में धैर्य, दृढ निश्चय और भावनात्मक स्थिरता लाता है। अगर आप किसी आत्म ग्लानि से जूझ रहे हैं, उसमें भी यह रुद्राक्ष आपकी काफी मदद कर सकता है।
शारीरिक फायदे
सात मुखी रुद्राक्ष आपकी हड्डियों को और नसों को मजबूत बनाता है। आपको हड्डियों से, नसों से और जोड़ों से संबंधित अगर कोई समस्या है, तो इस रुद्राक्ष को पहनने से आपको उस समस्या में निजात मिलेगी। ऐसा भी देखा गया है, जिन लोगों को अर्थराइटिस, या हड्डियों से जुड़ी कोई क्रॉनिक बीमारी हैं, उनमें भी उन्हें काफी मदद हुई है। सात मुखी रुद्राक्ष आपके root (Muladhara) and sacral (Swadhisthana) चक्र को बैलेंस करता है।
आर्थिक फायदे
यूं तो ये रुद्राक्ष आपको बहुत सारे फायदे देता है, लेकिन सबसे ज्यादा वह लोग इसे धारण करते हैं, जिन्हें मैटेरियलिस्टिक चीजों से जुड़ी समस्याएं हैं। जिन्हें बहुत सारा पैसा कमाना है या फिर जो फाइनेंशियल लॉस से जूझ रहे हैं। यह रुद्राक्ष आपको पैसे कमाने में मदद करता है। आपके ऊपर अगर कोई लोन है या फिर आप बिजनेस में लॉस में जा रहे हैं, उसमें भी यह रुद्राक्ष काफी मददगार साबित होता है। इसके साथ-साथ अगर आप किसी कोर्ट केस से जूझ रहे हैं, उसमें भी यह रुद्राक्ष आपकी काफी हेल्प कर सकता है।
किसे पहनना चाहिए सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष वह लोग पहन सकते हैं, जो बिजनेस कर रहे हैं, लेकिन उससे बहुत ज्यादा फायदा नहीं कमा पा रहे हैं। इसके अलावा वो पहन सकते हैं, जो शनि की साडेसाती या ढैया से गुजर रहे हैं और जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। ऐसे व्यक्ति जो फाइनेंस सेक्टर में वर्क कर रहे हैं, लीगल सेक्टर में वर्क कर रहे हैं या फिर किसी बड़ी इंडस्ट्री में वर्क कर रहे हैं इसे धारण कर सकते हैं। अगर आप बहुत ज्यादा भावनात्मक अस्थिरता महसूस कर रहे हैं तब भी आप इस रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं।
कैसे पहने सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष को पहनने का शुभ दिन शनिवार माना जाता है। इससे पहले आप इसे दूध में डुबोकर पूरी रात के लिए रख सकते हैं और सुबह में गंगाजल से साफ करके (ॐ हम नमः) (ॐ महालक्ष्मयै नमो नमः) या फिर (ॐ शं शनैश्चराय नमः) इन मंत्रों का 108 बार जाप करके लाल धागे या फिर सिल्वर या गोल्ड की चेन में पहन सकते हैं। अगर आप इसे पहनना नहीं चाहंते हैं, तो इसे पर्स में भी रख सकते हैं या अपने पूजा घर में रखकर इसकी पूजा भी कर सकते हैं।