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सभी रुद्राक्ष में से तीन मुखी रुद्राक्ष कुछ अलग तरह की पावर रखता है। इसमें से उसकी सबसे बड़ी खासियत है, आपकी जिंदगी में बदलाव लाना।
मुख का मतलब होता है, चेहरे तीन मुखी रुद्राक्ष का मतलब है की, रुद्राक्ष पर आपको तीन लाइन देखने को मिलेंगीं। जो की प्रकृति के द्वारा बनाई गई हैं। इस रुद्राक्ष को भगवान अग्नि यानी कि आग के देवता से जोड़ा जाता है। यह रुद्राक्ष, पहनने वाले के पापों का नाश करता है। उसके पुराने कर्मों और पुरानी खराब शक्तियों से उसे आजाद करता है।
तीन मुखी रुद्राक्ष आपके पुराने यानी कि पिछले जन्म के बुरे कर्मों का नाश करता है। आप जो भी कर्म करके आए हैं, आपके पिछले जन्म में, उससे होने वाली समस्याओं से निजात दिलाता है। अगर आप इसको पहनते हैं, तो आप पर कोई भी आपत्ति नहीं आती है। वह लोग जो पिछले जन्मों में ऐसे कर्म करके आए हैं, जिनको उन्हें इस जन्म में भी भुगतना पड़ रहा है, उनके लिए यह रुद्राक्ष एक वरदान साबित हो सकता है।
जो भी व्यक्ति इस रुद्राक्ष को धारण करता है, उसका मन शांत होता है, स्ट्रेस कम होता है और मन में क्लेरिटी आती है। यह रुद्राक्ष आपको यह हिम्मत देता है, कि आप खुद को स्वीकार कर सकें। आप जैसे भी हैं, आत्मविश्वास के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ सकें।
अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो लो सेल्फ एस्टीम के चलते डरते हैं या आपके मन में बहुत सारे विचार आते हैं। आप लोगों के सामने अपने आप को रख नहीं पाते हैं, तो यह रुद्राक्ष आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसे पहनकर आप डर से निजात पाते हैं और खुल करके अपने इमोशंस दूसरों के सामने दिखा पाते हैं। इसे पहनकर जीवन में आत्मविश्वास से आगे बढ़ पाएंगे।
जैसा कि हम जानते हैं, कि तीन मुखी रुद्राक्ष भगवान अग्नि से संबंधित होता है। इसलिए ऐसा कहा जाता है, कि यह आपकी पाचन क्रिया में इस्तेमाल होने वाली अग्नि को बढ़ाता है। जिससे कि आपका पाचन जल्दी होता है और आपको उससे संबंधित रोगों से निजात मिलती है। इसके अलावा यह भी देखा गया है, कि यह आपके पेट, लीवर और अग्नाशय को भी सही रखने में मदद करता है। क्योंकि हमारे मनिपुरा चक्र से संबंधित होता है।
वह लोग जिनके पिछले जीवन में कुछ ऐसा हुआ है, जिससे वह अभी तक उभर नहीं पा रहे हैं, और रोज घुट-घुट कर जी रहे हैं। उनके लिए यह रुद्राक्ष एक वरदान साबित हो सकता है। यह आपकी गिलानी को काम करता है और आपके पिछले कर्मों के बंधन से मुक्त करता है।
ऐसे विद्यार्थी जो पढ़ाई में मन नहीं लग पा रहे हैं, या ऐसे नौकरी पेसा लोग जो पूरा ध्यान अपने काम पर नहीं लग पा रहे हैं। उनके लिए भी यह रुद्राक्ष एक वरदान है।
ऐसे लोग जो अपने पाचन की वजह से अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित हैं। वह लोग भी इस रुद्राक्ष को धारण करके उन बीमारियों से निजात पा सकते हैं। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति जो अपने जीवन में कुछ नया करना चाहते हैं और वह एक्शन नहीं ले पा रहे हैं। यह रुद्राक्ष पहनने के बाद उनमें एक नई ऊर्जा का संचार होगा और वह उस कार्य को करने में समर्थ होंगे।
इसको पहनने का कोई एक तरीका नहीं है। आप इसे अपनी सुविधा अनुसार पहन सकते हैं। आप इसका पेंडेंट बनाकर गले में धारण कर सकते हैं, या फिर ब्रेसलेट बनाकर हाथ में पहन सकते हैं। इसके अलावा आप इसकी पूरी माल भी अपने गले में पहन सकते हैं। इसे जप करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसको सोमवार और मंगल के दिन पहनना अच्छा माना जाता है। इन दिनों पर आप इसे गंगा जल से धुल कर, इससे संबंधित मंत्र का 108 बार जाप करके इसे धारण कर सकते हैं। 3 मुखी रुद्राक्ष से जुड़ा हुआ मंत्र है:- ओम क्लीम नमः