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4 मुखी रुद्राक्ष ब्रह्मा जी से सम्बन्धित माना जाता है। ब्रह्मा जी जो कि इस पूरे ब्रह्मांड के रचियता है। जिन्होंने इस दुनिया को बनाया। ब्रह्मा जी को ज्ञान और बुद्धि का देवता भी कहा जाता है। अब आप इसी से अन्दाजा लगा सकते हैं कि 4 मुखी रुद्राक्ष कितना पावरफुल है। इसे पहन ने से बुद्धि और ज्ञान का विस्तार होता है। ये आपकी याद्दास्त को बढ़ाता है। आपकी भाषा को मधुर बनाता है और आपकी रचनात्मक झमता को बढ़ाता है।
इस रुद्राक्ष को विद्यार्थी, अध्यापक, लेखक, पब्लिक स्पीकर और किसी भी प्रकार के आर्टिस्ट पहन सकते हैं। क्योंकि ये रुद्राक्ष ऐसे व्यक्ति के लिये बहुत ही लाभदायक है जो ज्ञान, बोलचाल और रचनात्मक कार्य से जुड़े हुये हैं। ऐसा नहीं है कि 4 मुखी रुद्राक्ष सिर्फ ये ही लोग पहन सकते हैं।
अगर आप कुछ ऐसा कर रहे हैं जिसमें आपके शरीर से ज्यादा दिमाग का इस्तेमाल हो रहा है, तब भी आप इस रुद्राक्ष को पहन सकते हैं। इसे प्रत्येक वो व्यक्ति पहन सकता है जिसे, ज्ञान का विस्तार करना है, जिसे अपना ध्यान केन्द्रित करना है और जिसे अपनी कम्यूनिकेशन स्किल को ठीक करना है।
जब हम कोई भी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो सबसे पहला प्रश्न हमारे मन में यही आता है कि इसे पहन ने से होगा क्या। तो अगर आप 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको नीचे बताये गये फायदे हो सकते हैं-
4 मुखी रुद्राक्ष को आप एक पेंडेंट के रुप में गले में धारण कर सकते हैं। अगर आपके पास पहले से सोने या चांदी की चैन है तो आप उसमें भी पहन सकते हैं। इसे आप सोमवार या बृहस्पतिवार के दिन सुबह में 5 बजे से 7 बजे के बीच गुरु मंत्र (ओम ह्रीम नम:) या शिव मंत्र (ओम नम: शिवाय) का 108 बार जप करने के बाद पहन सकते हैं।
सुबह में जल्दी उठें और नहा धो कर साफ कपड़े पहनें। उसके बाद घर में बने मन्दिर में या आस पास किसी मन्दिर में जा कर शांत जगह पर पूर्व की मुंह करके बैठ जायें। इसके बाद 108 बार ओम ह्रीम नम: मंत्र का जप करें। इस समय पर आप रुद्राक्ष को गले में पहन सकते हैं, हाथ में रख सकते हैं या अपने आस पास रख सकते हैं। इस प्रोसेस को नहीं करना चाहंते हैं तो किसी पडिंत को बुला कर हवन, पूजा के माध्यम से रुद्राक्ष को नाम और गोत्र के साथ सिद्ध करा सकते हैं।
रुद्राक्ष पहन ने के बाद कुछ नियम का पालन करना चाहिये। ऐसा नहीं है कि इनमें से कोई नियम टूट गया तो आप पर कोई आफत आ जायेगी लेकिन फिर भी जितना सहुलियत रखेंगे उतना अच्छा होता है। हमेशा रुद्राक्ष को साफ रखें और गंदे हाथों से छुने से बचें। रुद्राक्ष जितना साफ रहेगा उसकी एनर्जी उतनी ही ज्यादा रहेगी।
रुद्राक्ष को सोते समय उतार के सोयें, अगर आप संभोग कर रहे हैं तो उस समय भी रुद्राक्ष को उतार दें इसके अलावा अगर किसी के अंतिम संस्कार में जा रहे हैं तो इसे पहन के न जायें। रुद्राक्ष को पहन कर नोनवेज और दारु भी नहीं पीनी चाहिये। ये सब करते समय रुद्राक्ष को उतार कर रख दें और अगले दिन नहा धो कर फिर से धारण करें।
4 मुखी रुद्राक्ष आपको कहीं भी मिल जायेगा। आप इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीद सकते हैं। आप नीचे दिये गये लिकं से भी किफायती दाम पर नेचुरल ऑरजीनल 4 मुखी रुद्राक्ष खरीद सकते हैं।
